Monday 21 January, 2008

गमे जिंदगी के अंधरे बहुत
तेरी यादो के उजाले बहुत

कितने हसीं थे वो लम्हे
जिनमे गुजारी थी वो राते
तेरी चाहतो का आसरा है बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत

गमे जिंदगी के अंधरे बहुत
तेरी यादो के उजाले बहुत


काटूगा कैसे लम्हा तेरे बिन
जिउगा कैसे तनहा तेरे बिन
तेरे बिना नही जीना बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत

गमे जिंदगी के अंधरे बहुत
तेरी यादो के उजाले बहुत


दिल ने चाहा , तुझसे मिलना
तूने चाहा, मुझसे दूर होना
यह दिल तुझसे मिलने को तड़प रहा है बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत

गमे जिंदगी के अंधरे बहुत
तेरी यादो के उजाले बहुत


तुझे साथी बनाके दो कदम जो चले थे
ठोकर लगी थी और गिरके सभले थे
प्यार वालो में बेवफा है बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत

गमे जिंदगी के अंधरे बहुत
तेरे यादो के उजाले बहुत

7 comments:

new lyricist said...

hi, it is nice song . it is better than today bollywood song.

Unknown said...

hey man...nice song...did u write it?? u r very talented..

aparna said...

boht achhi hain sir.ye jrur btaiyega ki kiski yad me likhi hai.

Unknown said...

excelent job man..u r too good..keep going..aisa dard aaj ke ganon me nahi milta..ek aashiq ki tdap hai..hope u'll write more...

रेवा स्मृति (Rewa) said...

तुझे साथी बनाके दो कदम जो चले थे
ठोकर लगी थी और गिरके सभले थे
प्यार वालो में बेवफा है बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत


Achhi line hai. Keep it up.

mehek said...

khubsurat geet hai,pyarwalo mein bewafa hai bahut,gum-e-zindagi ke andhere bahut masha alla.wah.

http://mehhekk.wordpress.com/
my hindi blog

Unknown said...

nice song ...
agar ye aise hota to aur jyada achha lagta....

तुझे साथी बनाके jo दो कदम चले थे
ठोकर लगी थी और गिरके सभले थे
raahe wafa mein है bewafa बहुत
गमे जिंदगी के अंधरे बहुत